I think all sessions are effective but according to me the session of Shri C.R Patil Ji and another one is attended by Shri Vikrant Singh Tomar sir.
सभी सत्र प्रभावी थे । कोई एक या दो सत्र प्रभावी थे, ऐसा कहना अन्य सत्रो के साथ न्याय नही होगा।
no suggestion ur very good team, I am very thankful to Vinay sir, Ravinder Sir, Ravi ji, ashotosh ji, Kamalkant ji, best utilization my time in lockdown…… again thank u so much RMP and Team..
समय समय पर अधिक ऑनलाइन कोर्सेज शुरू करें, विस्तृत डिप्लोमा कोर्स इन लीडरशिप ऑनलाइन कोर्स एवं सर्टिफिकेट कोर्स इन बीजेपी एन्ड इट्स गॉवर्नेन्स कोर्स प्रारंभ करें
“The personality development session was good. but it would have been better if it also included some resources or activities for public speaking, Physical fitness, an overall time map for an assistant. The last session by Mr. Ashwaniji though informal was very informative if time permits, may be next time we could have a dedicated time slot for him. Thanks !”
आदरणीय रामभाऊ म्हाळगी प्रबोधिनी के सभी संचालक एवं पदाधिकारी गण तथा आत्मिय सहयोगी बंधु। रामभाऊ म्हाळगी प्रबोधिनी द्वारा आयोजित स्वीय सहाय्यक प्रबंधन प्रशिक्षण 3 दिवसीयवर्ग का समापन हुआ। सभी सहाय्यक बंधु इसका सम्पूर्ण बोध लेकर अपने कार्यक्षेत्र में विस्तार रुप से कार्य करेंगे इसकी आशा करता हूं। सत्र के प्रारंभिक तौर पर मा. विनय जी ने काफ़ी महत्वपूर्ण शब्दसुमन सेअपनी वाणीसे हमे संबोधित किया।वर्ग के सभी सत्र महत्वपूर्ण परिपक्व तथा प्रेरणादायी थे। आधुनिक से अत्याधुनिक तंत्र का प्रयोग इस कार्यशाला का महत्वपूर्ण अंग था। सहाय्यक का काम अपने सांसद तथा कार्यक्षेत्र में शिथिलतापुर्वक कैसा होना चाहिए इसका उदाहरण द्वारा सभी सत्रों में मा. वक्ता की ओर से मार्गदर्शन हुआ। इस अत्यंत महत्वपूर्ण प्रशिक्षण वर्ग का मनःपूर्वक अभिनंदन करता हूं और भविष्य में अपेक्षा करता हूं कि प्रबोधिनी द्वारा अपनी विचारधारा प्रेरित बन्धु गण के लिए इस प्रकार के वर्ग निरंतर स्वरूप चलते रहेंगे
लगभग सभी सत्र ज्ञानवर्धक रोचक और एक नई जिज्ञासा को उत्पन्न करने वाले थे इसमें अगर हालांकि आपने प्रचार विभाग का एक पार्ट सोशल मीडिया का सत्र रखा इसके साथ में ही अगर आप किसी अच्छे न्यूज़ चैनल या फिर पत्रकारिता जगत में अपना लंबा समय दे चुके व्यक्ति का भी सत्र रखना चाहिए क्योंकि प्रिंट मीडिया और अखबार भी एक प्रभावशाली और समझने वाले प्लेटफॉर्म है ।
मुझे लगता है कि भाईसाहब जिस प्रकार का ज्ञान हमे प्राप्त हुआ है वह निश्चित ही हमे हमारे जीवन के हर क्षेत्र में लाभदायी होगा, मुझे इतना ही सुझाव देना है कि सत्र का समय थोड़ा और होता तो ज्ञानवर्द्धक होता, और आगामी सत्र में भाषा शैली, शब्दावली चयन, अच्छे वक्ता बनने हेतु किसी प्रकार का भी अगर सत्र हो तो वो भी बड़ा लाभदायक होगा ।
प्रोबधिनी यकीनन इस संकट की घड़ी में इस तरह का सत्र लाना बहुत अच्छा प्रयास सत्र की समय सीमा को बढ़ाया जाता तो अच्छा रहता